Shayri

Dil  mera kanch Ka pyala uspar ye pathar Tera ishq.
Ab behen yah tut jaaye Tu hi bata.


Armaanon ko piroya tha mohabbat ki Dor mein ab,
 Ab Girahein kholu yah  katu Tu hi bata.


Hoke Juda mujh per ahsaan to Kar Gaye,
 Ab main azaad hoon yah dafan Tu hi bata




दिल मेरा कांच का प्याला उस पर यह पत्थर तेरा इश्क अब बहें  या टूट जाएं तू ही बता।

अरमानों को पिरोया था मोहब्बत की डोर में, अब इन किरण को खोलूं या तोड़ू तू ही बता ।

होकर जुदा मुझ पर एहसान तो कर गए पर ,अब मैं आजाद हूं या दफन तू ही बता।

wemanufacturelove@wordpress.com
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